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Changes to Australia’s student visa rules: Current scenario and potential impact

ऑस्ट्रेलिया के स्टूडेंट वीज़ा नियमों में बदलाव: वर्तमान परिदृश्य और संभावित प्रभाव

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ऑस्ट्रेलिया ने हमेशा से ही अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए एक प्रमुख शिक्षा गंतव्य के रूप में अपनी पहचान बनाई है। विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय, विविध पाठ्यक्रम, और एक समृद्ध सांस्कृतिक अनुभव छात्रों को आकर्षित करते हैं। हालाँकि, हाल ही में ऑस्ट्रेलिया सरकार ने स्टूडेंट वीज़ा नियमों में महत्वपूर्ण बदलावों की घोषणा की है, जो 23 मई, 2024 से प्रभावी होंगे। ये बदलाव न केवल वीज़ा आवेदन प्रक्रिया को प्रभावित करेंगे, बल्कि छात्रों के लिए ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई के बाद के अवसरों को भी प्रभावित करेंगे।

इस लेख में हम इन नई नीतियों, उनके संभावित प्रभाव, और छात्रों के लिए उनके महत्व पर विस्तृत चर्चा करेंगे।

  1. Genuine Temporary Entrant (GTE) की जगह Genuine Student Requirement (GSR)

ऑस्ट्रेलिया के नए स्टूडेंट वीज़ा नियमों में सबसे बड़ा बदलाव यह है कि “Genuine Temporary Entrant” (GTE) की जगह “Genuine Student Requirement” (GSR) को लागू किया जाएगा।

GTE और GSR में अंतर:

  • GTE:
    • GTE का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि छात्र वास्तव में ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई के उद्देश्य से ही आ रहे हैं, और उनका मकसद केवल वीज़ा प्राप्त करना नहीं है। इसके तहत छात्रों के व्यक्तिगत हालात, पूर्व शिक्षा, ऑस्ट्रेलिया में उनके संभावित भविष्य, और वापस अपने देश लौटने के इरादे को ध्यान में रखा जाता था।
  • GSR:
    • GSR, जो GTE की जगह लेगा, इसका उद्देश्य भी कुछ हद तक समान है, लेकिन इसमें छात्रों के पढ़ाई के प्रति समर्पण और उनके शैक्षिक लक्ष्यों पर अधिक जोर दिया जाएगा। GSR के तहत छात्रों को यह साबित करना होगा कि वे वास्तव में पढ़ाई के लिए ही ऑस्ट्रेलिया आना चाहते हैं, और उनका वीज़ा आवेदन इस इरादे के साथ है कि वे अपने अध्ययन को सफलतापूर्वक पूरा करेंगे।
    • GSR के अंतर्गत आवेदन प्रक्रिया में छात्रों से उनके शैक्षिक पृष्ठभूमि, अध्ययन के प्रति उनकी गंभीरता, और उनके भविष्य की योजनाओं के बारे में अधिक विस्तार से जानकारी मांगी जाएगी।

संभावित प्रभाव:

  • छात्रों के लिए चुनौतियाँ:
    • GSR की शुरुआत से छात्रों को अधिक गंभीरता से अपने अध्ययन और करियर की योजना बनानी होगी। उन्हें यह साबित करना होगा कि वे ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और उनके पास एक स्पष्ट शैक्षिक और करियर योजना है।
    • यह नियम उन छात्रों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है जिनके पास स्पष्ट करियर योजना नहीं है या जो अपने आवेदन में शैक्षिक उद्देश्यों को स्पष्ट रूप से नहीं दर्शा सकते हैं।
  • आवेदन प्रक्रिया की सख्ती:
    • GSR के लागू होने से वीज़ा आवेदन प्रक्रिया और भी सख्त हो जाएगी। इससे आवेदन की स्वीकृति दर पर भी प्रभाव पड़ सकता है, विशेष रूप से उन छात्रों के लिए जिनके आवेदन में स्पष्टता और शैक्षिक उद्देश्य की कमी है।
  1. इंग्लिश लैंग्वेज आवश्यकताओं में बदलाव

ऑस्ट्रेलिया ने स्टूडेंट वीज़ा के लिए आवश्यक इंग्लिश लैंग्वेज आवश्यकताओं में भी बदलाव की घोषणा की है। इंग्लिश लैंग्वेज प्रोफिशिएंसी वीज़ा आवेदन प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और इसके मानकों को बदलना छात्रों के लिए वीज़ा आवेदन प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है।

मौजूदा और नए मानक:

  • मौजूदा मानक:
    • वर्तमान में, अधिकांश विश्वविद्यालयों और शिक्षा संस्थानों द्वारा छात्रों से IELTS, TOEFL, या अन्य मान्यता प्राप्त इंग्लिश लैंग्वेज टेस्ट में एक न्यूनतम स्कोर की मांग की जाती है। यह सुनिश्चित करता है कि छात्र ऑस्ट्रेलिया में अपने पाठ्यक्रम को प्रभावी रूप से समझ और पूरा कर सकें।
  • नए मानक:
    • नए नियमों के तहत, यह संभावना है कि इंग्लिश लैंग्वेज के न्यूनतम स्कोर की आवश्यकता को और सख्त किया जाएगा। इसके अलावा, कुछ पाठ्यक्रमों और संस्थानों के लिए विशिष्ट इंग्लिश प्रोफिशिएंसी आवश्यकताएँ हो सकती हैं, जो छात्रों को अपनी भाषाई क्षमताओं में सुधार करने की आवश्यकता हो सकती है।

संभावित प्रभाव:

  • उच्च मानक की आवश्यकता:
    • छात्रों को अब अधिक उच्च स्तर के इंग्लिश प्रोफिशिएंसी स्कोर की आवश्यकता हो सकती है। यह उन छात्रों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है जो अंग्रेज़ी भाषा में उतने पारंगत नहीं हैं और उन्हें अतिरिक्त तैयारी की आवश्यकता होगी।
  • आवेदन प्रक्रिया पर प्रभाव:
    • नए इंग्लिश लैंग्वेज मानक वीज़ा आवेदन प्रक्रिया को और अधिक कठिन बना सकते हैं, विशेष रूप से उन छात्रों के लिए जिनकी इंग्लिश स्किल्स सीमित हैं। यह संभावित रूप से आवेदन प्रक्रिया में देरी या आवेदन अस्वीकृति की दर को बढ़ा सकता है।
  1. पोस्टस्टडी वर्क वीज़ा की अवधि में कटौती

ऑस्ट्रेलिया ने हाल ही में पोस्ट-स्टडी वर्क वीज़ा (PSWV) की अवधि में कटौती करने की भी घोषणा की है। PSWV उन छात्रों को दिया जाता है जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया में अपनी डिग्री पूरी की है, और यह उन्हें ऑस्ट्रेलिया में काम करने का अवसर प्रदान करता है।

मौजूदा और नए नियम:

  • मौजूदा नियम:
    • वर्तमान में, पोस्ट-स्टडी वर्क वीज़ा की अवधि आम तौर पर दो से चार साल के बीच होती है, जो कि छात्र की शैक्षिक योग्यता और डिग्री स्तर पर निर्भर करता है। पीएचडी धारकों के लिए यह अवधि तीन से चार साल तक हो सकती है।
  • नए नियम:
    • नए नियमों के तहत, PSWV की अवधि को कम किया जाएगा। हालांकि, इस कटौती की सटीक अवधि अभी तक स्पष्ट नहीं की गई है, लेकिन यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यह बदलाव छात्रों के लिए चुनौतियाँ पैदा कर सकता है, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो ऑस्ट्रेलिया में काम करने के बाद स्थायी निवास प्राप्त करना चाहते हैं।

संभावित प्रभाव:

  • कम अवसर:
    • PSWV की अवधि में कटौती से छात्रों को ऑस्ट्रेलिया में काम करने के अवसर कम मिल सकते हैं। इससे छात्रों के लिए ऑस्ट्रेलिया में अनुभव प्राप्त करना और स्थायी निवास के लिए आवश्यक अर्हता पूरी करना मुश्किल हो सकता है।
  • प्रतिस्पर्धा में वृद्धि:
    • वीज़ा की अवधि में कटौती से काम की तलाश में प्रतिस्पर्धा बढ़ सकती है, जिससे छात्रों को उपयुक्त नौकरी प्राप्त करने में कठिनाई हो सकती है। इसके अलावा, यह उन छात्रों के लिए भी एक चुनौती हो सकती है जिनके पास पहले से ही स्थायी निवास की योजना है।
  1. Skills in Demand वीज़ा: एक नई संभावना

हालांकि PSWV की अवधि में कटौती एक चुनौती हो सकती है, ऑस्ट्रेलिया ने एक नया “Skills in Demand” वीज़ा पेश किया है, जो छात्रों के लिए एक नई संभावना खोल सकता है।

नया वीज़ा और इसका महत्व:

  • Skills in Demand वीज़ा:
    • Skills in Demand वीज़ा एक नया चार साल का वीज़ा है, जो विशेष रूप से उन लोगों के लिए है जिन्होंने पोस्ट-स्टडी वर्क वीज़ा के दौरान स्किल्ड जॉब एक्सपीरियंस प्राप्त किया है। इस वीज़ा के तहत, योग्य छात्रों को ऑस्ट्रेलिया में और अधिक काम करने और स्थायी निवास प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।
  • इंडियाऑस्ट्रेलिया कोऑपरेशन एंड ट्रेड एग्रीमेंट:
    • इस वीज़ा के साथ, इंडिया-ऑस्ट्रेलिया कोऑपरेशन एंड ट्रेड एग्रीमेंट के तहत भारतीय छात्रों को विशेष लाभ मिल सकते हैं, जिससे उन्हें ऑस्ट्रेलिया में स्थायी निवास प्राप्त करने में आसानी हो सकती है। यह एग्रीमेंट ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच के व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों को भी मजबूत करता है।

संभावित प्रभाव:

  • नए अवसर:
    • Skills in Demand वीज़ा के साथ, छात्रों को ऑस्ट्रेलिया में अधिक समय तक काम करने और अपनी स्किल्स को और निखारने का अवसर मिलेगा। इससे छात्रों को स्थायी निवास प्राप्त करने के लिए एक स्पष्ट और संगठित रास्ता मिल सकता है।
  • आकर्षण में वृद्धि:
    • यह नया वीज़ा ऑस्ट्रेलिया को अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए और भी आकर्षक बना सकता है, विशेष रूप से उन छात्रों के लिए जो उच्च कौशल वाले क्षेत्रों में काम करना चाहते हैं और स्थायी निवास की तलाश कर रहे हैं।
  1. बदलते नियमों का समग्र प्रभाव

ऑस्ट्रेलिया के इन नए नियमों का समग्र प्रभाव अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए कई चुनौतियों और अवसरों का मिश्रण हो सकता है।

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  • Immigration Bazaar

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